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हमारे समाज के साथ बदलता हमारा प्यार

 आज के समय में हमारे सच्चे प्यार की क्या अहमियत है मैं यह बात उन सभी युवाओं से पूछना चाहता  हूं जो किसी ने किसी से प्यार करते हैं और उनके साथ जीवन यापन करने के सपने देखते हैं ?




आप लोगों मैं से बहुत लोगों ने उदास रविवार (gloomy Sunday) गाना तो शायद सुना ही होगा जो हंगेरियन आवाज में गाया गया था आज के समय में वह सभी भाषा में उपलब्ध है। इस गाने के रचयिता ने इस गाने को सुनकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी उसके बाद उनकी प्रेमिका ने भी इस गाने को सुनकर आत्महत्या कर ली ना जाने कितने लोगों ने इस गाने को सुनकर आत्म हत्या कि इस गाने में इसके रचयिता ने उस समय का वर्णन किया था जब उनकी प्रेमिका उनको छोड़कर चली गई थी।





मैं यह बात आपको इसलिए बता रहा हूं क्योंकि जाने अंजाने में हमारा युवा वर्ग भी यही कदम उठा रहा है अपना प्रेम नहीं मिलने के कारण क्या आप ने किसी को भी उसका घर बाहर  देखकर प्यार किया था प्यार एक ऐसी चीज है जिसमें कभी भी यह नहीं देखा जाता जीवन हमने साथ बिताना है यह हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम अपने जीवन साथी को किस प्रकार रखतें हैं। हम दोनों की समझ से ही आगे हमारा परिवार बनता है और हम इस समाज में रहते हैं ।




आज के समय में प्यार मैं धोखा देना या धोखा खाना आम बात हो गई है पर इसका सबसे बड़ा कारण क्या है आपने सोचा है कभी ?




इसका सबसे बड़ा कारण हमारा शक है हमें अपने जीवन साथी पर इतना भरोसा होना चाहिए कि वह कभी भी हमारे साथ कुछ ग़लत नहीं करेगा कोई भी 18 से 20 साल की उम्र तक गलत हो सकता है जहां हम 20 साल  से ज्यादा उम्र के हो जाते हैं हमें हमे सही ग़लत का पता चल हमारे लिए क्या सही है और क्या ग़लत।




अगर कभी भी कोई भी लड़की अपने परिवार के कारण अपना प्यार छोड़ देती है तो उसे गलत नहीं समझना चाहिए क्योंकि प्यार से बढ़कर मां बाप होते है मेरा अभिप्राय यह की मां-बाप की खुशी से बढ़कर लड़कियों के लिए कुछ नही होता।




लड़कियां बहुत ही भावनात्मक होती है वो अपने मां बाप कि खुशी और समाज में उनकी इज्जत के लिए अपना प्यार भी ठुकरा देती है ।




अब मैं मां बाप के लिए बस एक ही बात कहना चाहता हूं आपने अपने बच्चों की परवरिश की है आपको उन पर इतना भरोसा होना चाहिए कभी भी वह कुछ ग़लत नहीं करेंगे अगर उनको कुछ ऐसा ही करना होता तो वह आपको अपने पार्टनर के बारे मैं कभी नहीं बताते। अब यह आपके ऊपर निर्भर है आप क्या चाहते हो।






क्या हम समाज के डर से हम अपना प्यार भूला देंगे ?









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