हम सभी को बीते हुए समय को भुलाकर नये ढंग से जीवन को जीना प्रारंभ करना चाहिए क्योंकि बीता हुआ समय लौट नहीं सकता जीवन किसी की प्रतीक्षा नहीं करता जीवन की यात्रा में जो पीछे छूट जाते हैं वह फिर कभी नहीं मिलते ईश्वर ने मानव को भूलने का गुण दिया है।
अगर हमारे पास यह गुण ना हो तो वह स्मृतियों के भोझ से विक्षिप्त हो जाता है क्योंकि हमारे जीवन में बुरे अनुभव तो होते ही रहते हैं बेहतर यही है कि हम अपने बुरे अनुभव को भूलकर अपनी उर्जा तथा प्राण शक्ति को सर्जनात्मक बनाएं जीवन की अप्रिय घटनाओं को भूल कर जीवन की यात्रा और लक्ष्य की ओर अग्रेषित रहे।
हमारे जीवन की सार्थकता इसी में है कि प्रतिकूल परिस्थितियों में रचनात्मक की क्षमता निरंतर बनी रहे और व्यक्तित्व कभी भी खंडित ना होकर अक्षुण्ण बना रहे।
हमारी जिंदगी में सिर्फ मौज मस्ती और खुशी ही नहीं है बल्कि इसमें दुख और मायूसी भी है इसमें ऐसी घटनाएं घटित हो जाती है जो कभी हमने सोची भी नहीं थी। बारिश और धूप दोनों के मिलने से इंद्रधनुष बनता है हमारा जीवन भी इससे बिल्कुल अलग नहीं है जिंदगी समझो तो वह चुनौतियों का नाम है दिन प्रतिदिन हमारे जीवन में नई नई प्रकार की चुनौतियां आती ही रहती है जिन से लड़कर ही हमें मंजिल मिलती है।
कोई भी मैं उससे शांत समंदर में एक कुशल नाविक कभी नहीं बन सकता परिवर्तन ही जीवन की सच्चाई है यह बात तो आप सभी जानते होंगे कि बीता हुआ समय कभी वापस नहीं आता परंतु बीते हुए कल के अनुभव को अपनाकर ग्रहण किया जाए तो रास्ते की रुकावटें हमारे लिए हमारी सफलता की सीढ़ीया बन जाती है।
जो मनुष्य अपने जीवन में कभी भी बिछे हुए का शौक नहीं करता और हमेशा वर्तमान में जीता है वही अपनी मंजिल पा सकता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें